AI बोले तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जो धीमे-धीमे हर जॉब सेक्टर में अपने पांव पसार रहा है। AI के आ जाने से आम लोगों के जीवन पर काफी गहरा असर पड़ा है। एक तरफ आम लोगों का काम आसान हो गया है, तो वहीं, दूसरी ओर नौकरी पेशे वाले लोगों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं उनकी नौकरी ना चली जाए क्योंकि AI 5 लोगों का काम अकेले ही कर दे रहा है। ऐसे में कोई कंपनी क्योंकि किसी इंसान पर पैसे लुटाना चाहेगी, जो घंटो लगाकर काम कर रहा है।
बात सच भी है कि आने वाले 10 सालों में AI की वजह से काफी कुछ बदल जाएगा और इसका प्रभाव नौकरी पर भी पड़ेगा। फिर चाहे वो प्राइवेट हो या सरकारी। कोई इससे अछूता नहीं रहने वाला है। इसकी शुरुआत विकसित देशों से हो चुकी है लेकिन इसका ज्यादा प्रभाव विकासशील देशों पर पड़ेगा और भारत भी उनमे से एक है। हालांकि, आज हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बताएंगे, जिसे आप लें तो AI की वजह से आपकी नौकरी जाने से बच जाएगी लेकिन उससे पहले ये समझ लेते हैं कि AI जिसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं, वो है क्या और इसका काम क्या है ?
क्या है AI और क्या है इसके काम ?
AI बोले तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जिसको देखकर हमें ये लगता है कि ये नई चीज है, तो हम गलत हैं। AI का निर्माण 1950 में ही कर में लिया गया था। इसके जनक जॉन मैकार्थी हैं। AI को अस्तित्व में लाने को मकसद ही यही था कि जो खुद के विवेक से काम कर सके। ताकि इंसानों का भार कम हो सके। AI का मुख्य काम ये है कि वो इंसानों की तरह इंटेलिजेंस तरीके से सोचने वाला सॉफ़्टवेयर तैयार करे। अगर आप चैट जीपीटी और गूगल बार्ड चलाते होंगे तो इसकी शक्ती से अंजान नहीं होंगे। भारत सरकार की बात करें तो इसको बढावा देने का काफी प्रयास भी है। बता दें कि AI की शुरुआत भले ही 1950 में हो गई थी लेकिन इसपर काम 1970 के दशक में शुरु हुआ था और इसकी पहल करने वाला कोई और नहीं बल्कि जापान था। जापान की टेक्नोलॉजी देखकर ये समझ भी आता है।
क्यों AI को खतरा मान रहे लोग ?
AI बोले तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जिसे लोग खतरा मान रहे हैं। लोगों का डर नौकरी को लेकर है लेकिन हमारा ध्यान जिस ओर जाना चाहिए, वहां जा नहीं रहा और वो चीज है, इसका दुरुपयोग, जिसकी शुरुआत भी हो चुकी है। हाल ही में अभिनेत्री रशमिका मंधाना के चेहरे को किसी अन्य महिला के चेहरे पर लगाकर वायरल कर दिया गया था। ये AI की मदद से ही किया गया था। इस चीज पर काफी किरकिरी मची। उम्मीद है, भारत सरकार ने इसपर ध्यान देना शुरु किया होगा। अब आते हैं, नौकरी पर जिसको लेकर हाय तौबा मची हुई है। ये बात सौ प्रतिशत सच है कि नौकरी जाएगी। गूगल, फेसबुक जैसी कंपनियो ने कई लोगों को निकाल दिया। भारत में इसकी रफ्तार ज्यादा तेज नहीं है लेकिन शुरुआत तेज हो सकती है।