India general elections 2024: कैसे होती हैं नामांकन प्रक्रिया?
चुनाव आयोग जब तारीखों का ऐलान कर देता है तो इसके बाद शुरू होती है, प्रत्याशियों के नामांकन की प्रक्रिया। इसके लिए उम्मीदवारों को निर्वाचन क्षेत्रों के रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) के पास जाना होता है, और वहां जाकर नामांकन पत्र जमा जमा करना होता है। इसके साथ ही उम्मीदवारों को सिक्युरिटी मनी के तौर पर कुछ पैसे जमा करने होते हैं और अगर उन्हें ठीक ठाक वोट मिलते हैं, पैसे वापस हो जाते हैं। प्रत्याशियों को इसके लिए 25 हज़ार रूपए जमा करने होते हैं।
नामांकन प्रक्रिया के बाद नामांकन की जाँच
प्रत्याशी जब नामांकन दाखिल कर लेते हैं, तो तिथि के समाप्त हो जाने के बाद आरओ नामांकन पत्रों की जांच करते हैं और जितने भी दस्तावेज जमा किये जाते हैं, उसको सही से परखते हैं। अगर कोई गलती पाई जाती है, उम्मीदवारों को इसकी सूचना दी जाती है और फिर वो इसे सुधारते हैं।
चुनाव के बीच नाम वापस लेना
चुनाव प्रक्रिया की खास बात ये भी है कि आयोग प्रत्याशियों को ये भी मौका देता है कि वो अपना नाम वापस ले सकते हैं। अगर किसी ने नामांकन कर दिया है लेकिन बीच में वो चुनावी दौड़ से हटना चाहता है, तो आयोग इसकी भी तारीख रखता है कि फलाने तारीख से इस फलाने तारीख के बीच वो नाम वापस ले सकते हैं और इसके बाद भी चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की अंतिम लिस्ट आयोग तैयार करते हैं।
प्रत्याशी करते हैं चुनाव प्रचार
अगर किसी प्रत्याशी को चुनाव में जीत हासिल करनी है, तो उसे जनता के बीच जाना ही पड़ेगा और इसका एक ही जरिया है चुनाव प्रचार। उम्मीदवार और राजनीतिक दल अपने वोटरों तक पहुँचने के लिए रैलियां करती है, उनके घर तक जाती है, अपने क्षेत्र में बैठकें करती हैं और आजकल तो डिजिटल का जमाना है, तो उसके जरिये भी संपर्क करने की कोशिश करती है। वोटरों को राजनीतिक दल अपने काम गिनाती हैं या वो उनके लिए क्या कर सकती हैं, इसपर कसमे वादें होते हैं।