Karpoori Thakur लालू यादव और नीतीश कुमार के गुरु थे
कहा जाता है कि कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्य मंत्री लालू यादव के राजनीति में गुरु रह चुके हैं। नीतीश तो कई दफा उन्हें भारत रत्न देने की मांग कर चुके थे, जो अब पूरा हो चुका है। जाते-जाते कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) से जुड़ी कुछ रोचक चीजों पर भी बात कर लेते हैं।
- कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) हज्जाम (नाई) समाज से आते थे, जो अति पिछड़ा वर्ग है। ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे लेकिन कभी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। इसके साथ ही वो पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बिहार के रहे और ये एक रिकॉर्ड ही है कि कभी भी वो विधानसभा चुनाव नहीं हारे।
- कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) ने अंग्रेजी की महत्ता को खत्म कर दिया था, जिसके बाद कोई भी हिंदी से फर्स्ट डिवीजन पास होता था तो उसका ‘कर्पूरी डिविजन से पास हुए हैं’ कह कर मजाक बनता था।
- एक बार की घटना है, जब कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) 1952 में पहली बार विधायक बने, तो उन्हें ऑस्ट्रिया जाना था लेकिन उनके पास कोट नहीं था। ऐसे में उन्होंने दोस्त से कोट उधार लिया, जो फटा था। फिर जब यूगोस्लाविया के शासक मार्शल टीटो ने जब ये देखा, तो उनको नया कोट गिफ्ट कर दिया।
- एक आलम ऐसा भी आया जब कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) बिहार के मुख्यमंत्री थे और उसी दौरान उनके पिता के साथ जमींदारों ने बदतमीजी की थी। खबर जब फैली तो डीएम ने कार्यवाई की लेकिन मुख्यमंत्री ने ऐसा करने से रोक दिया। उनका तर्क था कि सिर्फ एक को बचाने से क्या होगा? बचाना है तो पुलिस सबको बचाए।
- एक और घटना ये है कि 1974 में कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) जेपी आंदोलन से जुड़े थे, तब वो मीटिंग के लिए खास दिल्ली से पटना पहुंचे थे। इसी बीच चंद्रशेखर की नजर ठाकुर पर गई, जिनका कुर्ता फटा हुआ था। फिर चंद्रशेखर ने मीटिंग में मौजूद सभी लोगों से पैसे जुटाने को कहा और उस पैसे को कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) को दिया और ये कहा कि आप अपने लिए कोई कुर्ता ले लीजियेगा।
- जब कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) का निधन हुआ, तब उनके पास परिवार को देने के लिए कुछ नहीं था। पटना में कोई मकान नहीं था, बस था, तो वो पैतृक घर में एक इंच जमीन। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा एक बार कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) के पुश्तैनी घर उनके निधन के बाद गए थे जहाँ वो उनके झोपड़ी देख कर रो पड़े थे।
तो ये थी कर्पूरी ठाकुर (Karpoori Thakur) की छोटी-छोटी मगर मोटी बातें। बता दें कि केंद्र सरकार ने उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न (Bharat Ratna) देने का ऐलान किया है और 26 जनवरी को वर्तमान में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, इस सम्मान से उन्हें नवाजेंगी।
ALSO READ: Realme 12 Pro की सीरीज भारत में इस डेट को होगी लॉन्च, जानिए इसके स्पेसिफिकेशन और फीचर्स