मौजूदा टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) काफी चर्चा में हैं। चर्चा में इसलिए क्योंकि उनकी कप्तानी में बारबाडोस में भारत ने तिरंगा लहराते हुए टी20 विश्व कप 2024 का ख़िताब अपने नाम कर लिया है। हालांकि, ट्रॉफी को अपने नाम करने के साथ ही हिटमैन और विराट कोहली ने टी20 फॉर्मेट से संन्यास का एलान भी कर दिया है। टीम इंडिया ट्रॉफी लेकर अब भारत लौट चुकी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी कर चुकी है। साथ ही दर्शकों का अभिवादन स्वीकार करने के लिए रोहित एंड कंपनी मुंबई पहुंची और वहां रोड शो भी किया।
अब रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने भारत को टी20 वर्ल्ड कप 2024 जिता दिया है और अब उनकी नजर बतौर खिलाड़ी या अगर वो कप्तान बने रहते हैं, तो उनकी नजर चैंपियंस ट्रॉफी 2025, WTC फ़ाइनल 2025 और वर्ल्ड कप 2027 पर रहने वाली है। हालांकि, ये इतना आसान नहीं होने वाला है। इसके लिए रोहित शर्मा को धोनी का फार्मूला आजमाना होगा और कोशिश करनी होगी कि वो आईपीएल से दुरी बनाए। इससे उन्हें 3 जबरदस्त फायदे होंगे।
क्या था धोनी का फार्मूला?
दरअसल, आप सभी को याद होगा कि 2014 में एमएस धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले ले लिया था और इसके बाद वो सिर्फ वनडे और टी20 फॉर्मेट पर फोकस कर रहे थे। यही कारण रहा कि वो 2019 तक क्रिकेट खेल पाए। बस अब कुछ ऐसा ही फार्मूला रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को आजमाने की जरूरत है। देखिये टी20 से तो अब वो संन्यास ले ही चुके हैं लेकिन अब अगर वो आईपीएल छोड़ देते हैं, तो उनका करियर काफी लंबा जा सकता है। आइए इसे पॉइंट्स की मदद से समझते हैं।
बिना किसी दबाव के खेल सकते हैं Rohit Sharma
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने क्या तूफानी बल्लेबाजी की, ये किसी से छिपी नहीं है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने जो 92 रन की पारी खेली थी, वो कमाल की थी। पूरे टूर्नामेंट में रोहित ने 257 रन बनाए और वो दूसरे पायदान पर भी रहे। हालांकि, अब हिटमैन टी20 से संन्यास ले चुके हैं, तो उनके पास आगमी तीन बड़े टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने का मौका है। टेस्ट और वनडे में रोहित अच्छा खेल दिखाकर और तेज शुरुआत दिलाकर, वो टीम को जीत दिला सकते हैं।
अगर वो आईपीएल भी छोड़ दें, तो उनके ऊपर कोई प्रेशर ही नहीं रह जाएगा और वो वनडे और टेस्ट पर अच्छे से फोकस कर सकते हैं। धोनी भी दो फॉर्मेट खेलते थे लेकिन उन्होंने आईपीएल नहीं छोड़ा था लेकिन ये नहीं भूलना चाहिए कि 2017 में उन्होंने कप्तानी छोड़ी थी और खुलकर खेलने लग गए। इसके साथ ही रोहित अभी 37 साल के हैं लेकिन जब धोनी 2 फॉर्मेट खेल रहे थे तो वो 37 के करीब भी नहीं थे। ऐसे में रोहित को इस फॉर्मूले पर सोचना चाहिए।
कप्तानी पर सकते हैं फोकस
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) अगर आईपीएल छोड़ दें और वो सिर्फ टीम इंडिया के कप्तान बने रहे, तो इसका फायदा भी उन्हें मिल सकता है। मुंबई इंडियंस में हार्दिक पांड्या अब कप्तान बन चुके हैं। रोहित अगर आईपीएल छोड़ते हैं तो इसके दो फायदे होंगे कि एक तो युवाओं को मौका मिल जाएगा और दूसरा ये कि वो एक उदहारण सेट करेंगे कि टीम इंडिया पहले है और आईपीएल बाद में हैं। अगर वो टीम इंडिया के कप्तान बने भी रहते हैं तो खुलकर खेलने खुलकर कप्तानी भी सकते हैं और इसके फायदा भारतीय क्रिकेट टीम को ही होगा।
चोट से होगा बचाव
देखिये रोहित शर्मा (Rohit Sharma) अब 37 साल के हो चुके हैं। हिटमैन की ये दिली तम्मना भी है कि वो वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीते क्योंकि उनके लिए असली ट्रॉफी वही है। 2023 में मौका गंवाने के बाद दक्षिण अफ्रीका में होने वाले 2027 वर्ल्ड कप को रोहित जीतना चाहेंगे और खेलना भी चाहेंगे लेकिन इसके लिए उनका फिट रहना जरूरी है। बढ़ते उम्र के साथ चोटिल होने की संभावना भी बढ़ जाती है। ऐसे में हिटमैन को अब क्रिकेट के दो फॉर्मेट वनडे और टेस्ट पर फोकस करना चाहिए। लंबे प्रारूप खेलने से उनकी ले भी नहीं बिगड़ेगी और वो अगली विश्व कप के लिए तैयार भी रह सकते हैं।
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