IND vs ENG: बड़ी पुरानी कहावत है, ‘मेहनत करे मुर्गी, अंडा खाए फकीर।’ ये कहावत मौजूदा समय में कुछ खिलाड़ियों पर सटीक बैठती है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि 10 फ़रवरी की सुबह इंग्लैंड के खिलाफ बचे 3 टेस्ट मैच के लिए टीम इंडिया (Team India) का ऐलान किया गया। हालांकि, अगर इस टेस्ट स्क्वॉड पर नजर डालें तो इसमें ज्यादा बदलाव है ही नहीं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब टीम में कोई बदलाव नहीं करना था, तब पहले दो मैच के लिए ही टेस्ट टीम क्यों चुनी गई?
इंग्लैंड के खिलाफ बचे 3 टेस्ट मैच (IND vs ENG) के लिए टीम इंडिया (Team India) का ऐलान कर तो दिया गया लेकिन 3 खिलाड़ी जिसमे विराट कोहली भी है। उन्होंने नाम वापस ले लिया है जबकि जडेजा-राहुल की फिटनेस पर पक्की अपडेट नहीं है जबकि श्रेयस अय्यर को ड्रॉप किया गया है। ऐसे में चयनकर्ता चाहते तो घरेलू क्रिकेट से कुछ खिलाड़ियों को मौका दे सकते थे, जो इस समय मौजूदा समय में रणजी ट्रॉफी में शतक पे शतक ठोक रहे हैं लेकिन उन्हें मौका ही नहीं दिया जा रहा है। मेहनत कर रहे हैं लेकिन इसका फल उन्हें नहीं दिया जा रहा है। आइये जानते हैं, उन खिलाड़ियों के बारे में।
IND vs ENG: अंतिम 3 टेस्ट में इन्हें नहीं मिली जगह
पृथ्वी शॉ
इंग्लैंड के खिलाफ बचे 3 टेस्ट मैच (IND vs ENG) के लिए टीम इंडिया (Team India) के स्क्वॉड में एक होनहार और युवा खिलाड़ी का नाम ना होना, बहुत ही चौंकाने वाला है। इस खिलाड़ी का नाम पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) है। शॉ पिछले साल काउंटी खेलने के दौरान चोटिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने अब जाकर रणजी में वापसी की है। वापसी करते ही उन्होंने शतक ठोक दिया। शॉ ने चंडीगढ़ के खिलाफ शतक जमाया। उन्होंने 185 गेंदों में 3 छक्के-18 चौके की मदद से 159 रनों की धमाकेदार पारी खेली।
शॉ ने अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर दिखा दिया कि वो क्या कर सकते हैं लेकिन उनकी किस्मत नहीं चमकी। चयनकर्ताओं ने उन्हें अंतिम 3 टेस्ट में मौका नहीं दिया। पृथ्वी को जायसवाल की जगह मौका दिया जा सकता था। जायसवाल ने भले ही दोहता शतक जमाया है लेकिन उन्हें आराम देते हुए पृथ्वी को स्क्वॉड में शामिल किया जा सकता था। वैसे भी 5 मैचों की टेस्ट सीरीज काफी लंबी है। ऐसे में खिलाड़ियों का बैकअप तो होना ही चाहिए था।